हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहरूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیر المومنین علیه السلام
ما جَفَّتِ الدُّموعُ إلّا لقَسوةِ القلوبِ، و ما قَسَتِ القلوبُ إلّا لِكَثْرةِ الذُّنوبِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
आंखें ख़ुश्क नहीं होती मगर दिल के सख्त होने की वजह से और दिल सख्त नहीं होता मगर बहुत ज़्यादा गुनाह करने की वजह से,
बिहरूल अनवार, भाग 60,पेंज 73,हदीस 354